Srinagar: भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद आतंकवाद के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ दिया है. जहां भारतीय सेनाओं ने सीमापार आतंकी ठिकानों पर करारा प्रहार किया है. वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी घाटी में आतंकी नेटवर्क को जड़ से खत्म करने की कार्रवाई तेज़ कर दी है.
मंगलवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर के 11 अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की. यह कार्रवाई UAPA कानून के तहत दर्ज मामलों की जांच के सिलसिले में की गई. पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि यह अभियान उन लोगों और नेटवर्क को निशाना बना रहा है, जो प्रतिबंधित आतंकी संगठनों को सहयोग, शरण और संसाधन मुहैया कराते हैं.
पुलिस के मुताबिक 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद से अब तक 150 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की जा चुकी है. इन कार्रवाइयों का मकसद आतंकी गतिविधियों को समर्थन देने वाले लोकल इन्फ्रास्ट्रक्चर और सपोर्ट सिस्टम को ध्वस्त करना है.
इस बीच, शोपियां जिले के केलर इलाके में सुरक्षाबलों ने तीन लश्कर-ए-तैयबा आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया है. भारतीय सेना की राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट को आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी, जिसके बाद इलाके को घेरकर ‘ऑपरेशन केलर’ चलाया गया. मुठभेड़ में तीन कट्टर आतंकियों को ढेर कर दिया गया.
सूत्रों के अनुसार CCS बैठक में हाल ही में सम्पन्न हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’, पहलगाम आतंकी हमले की जांच और सीजफायर के बाद की सुरक्षा स्थिति जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. बैठक में पीएम मोदी के साथ रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, वित्त मंत्री, और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल शामिल होंगे. इसके अलावा रक्षा, गृह और विदेश मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी और इंटेलिजेंस एजेंसियों से मिले इनपुट्स भी बैठक में प्रस्तुत किए जाएंगे.