Gomia: ऊपर लिखा शीर्षक शायद अजीब लग रहा हो. शायद इसे फूहरपन की नजरों से भी पढ़ा जाए. लेकिन जो लिखा गया है, वो सौ आना सच है. जीं हां, बोकारो जिला के पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र में सालों पहले ब्याही गयी 35 साल की साजदा खातून एक बार फिर से प्यार में पड़ गयी हैं. इस बार जिनसे उनकी आंखें चार हुई हैं, वो कोई और नहीं बल्कि उनके समधी हैं. जीं हां, ठीक सुना आपने, साजदा खातून अपने समधी सहादत अंसारी को अपना दिल दे बैठी हैं. सहादत अंसारी विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के गालोवार गांव के निवासी हैं. दोनों के बच्चे एक दूसरे के घर में ब्याहे गए हैं. बावजूद इसके अब दोनों मिलकर एक और रिश्ता कायम करना चाह रहे हैं. साजदा की उम्र 35 और सहादत 37 साल के हैं. कहा जाता है कि इश्क में उम्र की सीमा नहीं होती और इनकी उम्र तो ऐसी है, जिसमें प्यार की लौ आराम से टिमटिमाता है. सो लड़ गयीं नजरें और हो गया प्यार.
एक दूसरे के साथ रहने की खा रहे कसम
दोनों शादी-सुदा जोड़ी एक बार फिर से प्यार को पाने की जिद में प्रेमी और प्रेमिका बन बैठे हैं. अब एक दूसरे के साथ जीने मरने की कसमें खा रहे हैं. एक दूसरे के साथ रहना चाहते हैं. प्यार के इन दोनों पंछियों को अब दुनिया की कोई परवाह नहीं है. जिद है कि अब किसी तरह एक दूसरे के प्यार को पा लें. प्यार में एक दूसरे के हो जाएं.
सीना ठोंक कर सहादत करता है निकाह की बात
सहादत अंसारी को अब किसी की कोई फ्रिक नहीं है. वो सीना ठोंककर ऑन कैमरा कबूल कर रहा हैं कि उनकी समधन बरवा पानी उनकी प्रमेकी है. वो उनसे दिलो-जान से मोहब्बत करते हैं. सहादत बरवा पानी से निकाह कर उसे अपने साथ रखना चाहता है. यहां बताते चलें कि साजदा खातून हलीम अंसारी की बीवी है. उनसे उनके चार बच्चे हैं. लेकिन वो अपने समधि के साथ दिल लगा बैठी और उसके साथ ही रहना चाहती है. वहीं 37 साल के समधी सहादत अंसारी दो बच्चों का पिता हैं. सहादत अंसारी का कहना है कि गांव में चारों ओर बात फैल गई है ऐसे में अब वह अपनी प्रेमिका को छोड़ नहीं सकता.