Ranchi/Khunti: कुछ ऐसा करना है कि जिससे हमारी बहनें किसी पर आधारित ना रहें. वो अपनी पैरों पर खड़ी हो सकें. कुछ इसी विजन के साथ मैं और हमारी सरकार काम कर रही है. इन बातों को ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने कोचा खास, तोरपा (खूंटी) में कहीं. उन्होंने आज यानी मंगलवार को समुदाय आधारित क्लाइमेट स्मार्ट गांव की शुरुआत की गई. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं झारखंड की ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने इसे जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग की चुनौतियों का स्थानीय समाधान बताते हुए कहा कि यह पहल पर्यावरण संरक्षण, सतत आजीविका और समग्र ग्रामीण विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
मंत्री ने कहा कि झारखंड की महिलाएं समूह बनाकर संगठित हो रही हैं और अपनी आजीविका को सशक्त बना रही हैं. सरकार भी इसी सोच के अनुरूप योजनाएं लागू कर रही है. मईया सम्मान योजना से 50 लाख महिलाओं को हर महीने 2500 की सहायता, बिजली बिल माफी और मनरेगा में 100 दिन का रोजगार जैसे कदमों ने महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास को नई गति दी है.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य है कि हर परिवार तक आर्थिक सुरक्षा पहुंचाना, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और गांवों को जलवायु-संवेदनशील, सशक्त व टिकाऊ मॉडल के रूप में विकसित करना है.
श्रीमती सिंह ने विश्वास व्यक्त किया कि इन पहलों से कृषि-प्रसंस्करण, ग्रामीण उद्यमिता, महिलाओं द्वारा संचालित आपूर्ति श्रृंखलाएं और हरित आजीविका जैसे नए अवसर पैदा होंगे. उन्होंने कहा कि ऊर्जा को आजीविका से जोड़कर ये गांव अब सतत और जलवायु-लचीले विकास के केंद्र बन रहे हैं. इस अवसर पर खूंटी सांसद कालीचरण मुंडा और तोरपा विधायक श्री सुदीप गुड़िया भी उपस्थित रहे.