Veer Vats
Ranchi: नोटः इस लेख की सारी बातें अकाल्पनिक हैं. इसलिए कृप्या इसपर विश्वास ना करें. खैर शुरू करते हैं. खबर सुदूरवर्ती दक्षिण अफ्रिका की नहीं है, बल्कि वहां की है जहां पांच विधानसभाएं हैं. और इन पांचों विधानसभाओं में से एक भी विधानसभा विपक्ष का नहीं है. चार पर तो सीधा सत्ता दल के नेताओं का कब्जा है. राजधानी में इन दिनों विधायकों का मेला लगा है. इस मेले में काम की चीज कम और बकवास की चीजें ज्यादा बिक रही हैं. कोई भड़ास निकाल रहा है, तो कोई अपने आप को महान बताने में काफी मशगूल है. मंईयां की चिंता ज्यादा और भैया की फ्रिक नहीं करने के सारे मंथन जारी हैं. इसी बीच नेता जी लोगों की ईगो पॉलिस भी हो रही है. पूरे तरह से इसपर बवाल काटा जा रहा है. घुमाफिरा कर अब बात मुद्दे की.
हो गयी लोकतंत्र की हत्या, कहा दो दंड क्योंकि वो हैं उद्दंड
इस मेले में एक नेता जी अपने क्षेत्र की बात रखते हैं. कहते हैं कि हमारे जिले की मैडम हमारी बात नहीं मानती हैं. वो उद्दंड हैं और उन्हें दंड मिलनी ही चाहिए. क्यों मिलनी चाहिए यह बताना उन्होंने जरूरी नहीं समझा. लेकिन हमारे सूत्रों के खुफिया ड्रोन कैमरों ने बताया है कि दरअसल एक दिन देर रात, जब नेता जी मौज में मस्त थे, तो उनके पास कुछ फरियादी आए. लगे जिले के मालिकायिन यानी मैडम की शिकायत करने. फिर क्या था, दस साल के वनवास के बाद पावर में आए नेता जी ने उठाया फोन और घनघना दिया.
इतनी देर रात फोन की घंटी बजते देख पहले मैडम जी घबरायी. लेकिन करती क्या सत्ता के नेता जी का फोन था, तो उठा लिया. डिमांड था कि मैडम मुझे अभी तुरंत आपसे मुक्कालात (मुलाकात) करनी है. मैडम जी मौज में मस्त नेता जी की बोली की टोन से घबरा गयीं. बोला कि मैं तो अपने महल में हूं ही नहीं. रास्ते में हूं. तो दाढ़ी वाले नेता जी को गुस्सा आ गया. सब कुछ फोन पर ही सुना दिया. फिर भी मैडम नहीं मानी. बात बिगरते देख, नेता जी ने सही मौके का इंतजार किया. और राजधानी वाला मेला लगते ही, देवता के यहां गुहार लगायी और कहा कि हो गयी है लोकतंत्र की हत्या. हत्यारे को दिया जाए दंड. क्योंकि हैं वो बेहद उद्दंड. नेता जी किस मौज में मस्त थे. इस पर जांच चल रही है. खुफिया ड्रोन के कैमरे वाली सूचना मिलते ही सभी सूचित किया जाएगा. तब तक के लिए धन्यवाद.