Bihar: बिहार और उत्तर प्रदेश पर गुरुवार को आसमान से ऐसा कहर टूटा कि 56 लोगों की जान चली गई. बिहार के कई जिलों में आंधी-तूफान के बीच ओले पड़ने और बिजली गिरने से नौ जिलों में 34 लोगों की मौत हो गई. नालंदा में सबसे ज्यादा 18 लोगों ने गंवाई जान. सीएम नीतीश कुमार ने दिया मारे गए लोगों के घरवालों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया है. इधर उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में गुरुवार को बेमौसम बारिश, ओले गिरने, आंधी आने और आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 22 लोगों की मौत हो गई. आधिकारिक बयान में कहा गया है कि राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के अनुसार प्रदेश में गुरुवार को वर्षाजनित घटनाओं में 22 लोगों की मौत हुई, 45 पशु मारे गए और 15 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दरभंगा, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, पश्चिम चंपारण, किशनगंज, अररिया, सुपौल, गया, सीतामढ़ी, शिवहर, नालंदा, नवादा और पटना सहित कई जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ (सावधान रहें) जारी किया है. इन जिलों में शुक्रवार और शनिवार को भारी बारिश का अनुमान जताया गया है. आईएमडी ने एक बुलेटिन में कहा, ‘मधुबनी, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, पश्चिम चंपारण, किशनगंज, अररिया, सुपौल, गया, सीतामढ़ी, शिवहर, नालंदा, नवादा, पटना में कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश, आकाशीय बिजली गिरने और तेज हवाएं (40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से) चलने की संभावना है,’ गुरुवार को भारी बारिश के बाद पटना के कई हिस्सों से जलजमाव की भी खबर आई. राज्य की राजधानी में शाम साढ़े पांच बजे तक औसतन 42.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. पटना नगर निगम (पीएमसी) और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने दावा किया कि भारी बारिश के बावजूद बेहद कम समय के अंदर पानी निकाल दिया गया.