एक लाख रुपये का था इनाम
रमेश टुडु मूल रूप से कटोरिया थाना क्षेत्र के दामोदरा पंचायत अंतर्गत बुढीघाट गांव का रहने वाला था और गांव के ही मटरू टुडु का पुत्र था. उसके खिलाफ जमुई जिले के विभिन्न थानों में हत्या, लूट, अपहरण और आर्म्स एक्ट समेत कुल 11 मामले दर्ज थे. वह जमुई जिले के टॉप-10 अपराधियों की सूची में शामिल था और लंबे समय से फरार चल रहा था.
बांका एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि रमेश टुडु कलोथर जंगल की ओर मूव कर रहा है. इसके बाद STF और कटोरिया पुलिस की टीम ने इलाके की घेराबंदी की. इसी दौरान रमेश ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी गोलीबारी की और मुठभेड़ में उसे ढेर कर दिया गया.
मुठभेड़ के बाद जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें एक कार्बाइन बरामद हुआ है. अन्य हथियारों की बरामदगी को लेकर सघन तलाशी अभियान अब भी जारी है. रमेश टुडु के शव को कटोरिया रेफरल अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर अमित महाजन और डॉक्टर मुकेश कुमार ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.
इस पूरी कार्रवाई में बांका एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा, एसडीपीओ राजकिशोर कुमार, कटोरिया इंस्पेक्टर बबलू कुमार, थानाध्यक्ष अरविंद कुमार राय और अपर थानाध्यक्ष सुभाष पासवान समेत एसटीएफ की विशेष टीम शामिल थी.