New Delhi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत देश के तमाम नेताओं ने 1919 के जलियांवाला बाग हत्याकांड के शहीदों को रविवार को श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी ने कहा कि आने वाली पीढ़ियां हमेशा उनके अदम्य साहस को याद रखेंगी. औपनिवेशिक शासन को दमनकारी शक्तियां प्रदान करने वाले रॉलेट एक्ट के खिलाफ शांतिपूर्वक विरोध कर रहे सैकड़ों लोगों को 1919 में आज ही के दिन अमृतसर के जलियांवाला बाग में बिना किसी उकसावे के ब्रिटिश सेना ने गोलियों से भून दिया था.

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हम जलियांवाला बाग के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं. आने वाली पीढ़ियां उनके अदम्य साहस को हमेशा याद रखेंगी.” उन्होंने कहा, ‘‘यह वास्तव में हमारे देश के इतिहास का एक काला अध्याय था. उनका बलिदान भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड़ बन गया.”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि जलियांवाला बाग हत्याकांड में शहीद हुए वीर बलिदानियों को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. यह नरसंहार एक तानाशाही शासन की क्रूरता का प्रतीक है, जिसे यह देश कभी नहीं भूल सकता. इस अन्याय और अत्याचार के खिलाफ हमारे वीर शहीदों का बलिदान आने वाली पीढ़ियों को अन्याय के विरुद्ध डट कर लड़ने की प्रेरणा देता रहेगा.

जलियांवाला बाग नरसंहार को याद करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धांजलि अर्पित की है. शाह ने उस घटना को काला अध्याय तो योगी आदित्यनाथ ने उस स्थान को पवित्र तीर्थ बताया है. केंद्रीय गृहमंत्री ने एक्स पोस्ट में लिखा- जलियांवाला बाग नरसंहार भारत के स्वतंत्रता संग्राम का वह काला अध्याय है, जिसने समूचे देश को झकझोर कर रख दिया. अमानवीयता की पराकाष्ठा तक पहुंच चुकी अंग्रेजी हुकूमत की क्रूरता से देशवासियों में जो रोष उत्पन्न हुआ, उसने आजादी के आंदोलन को जन-जन का संग्राम बना दिया.

 

Share.

Leave A Reply

Exit mobile version